शायरी - 1
जानेमन तुम इतराते बहुत हो,
जाने मन तुम मुस्कुराते बहुत हो,
जी करता है आज तुम्हे दावत पर बुलाऊँ,
लेकिन जानेमन तुम खाते बहुत हो।
शायरी - 2
मेरे यार कहतें है तूने लड़की पटा के कमाल कर दिया,
लेकिन यारों कैसे सुनाऊ अपने प्यार की दास्तान,
उसके बाप ने मार मार के पिछबाड़ा लाल कर दिया।
शायरी - 3
मेरी मोहब्बत भी हद से गुजर गई,
जिसे माना था मैंने अपना वो कुछ ऐसा कर गई,
सोचा था उसे अपनी बाइक पर घूमूँगा लेकिन,
जब मैं बाइक लेकर पहुंचा उसे अपनी बाइक पर घुमाने,
वो साली किसी और कि फोर बिलर पर चढ़ गई।
शायरी - 4
जब मैं दरबाजा खोलने गई और मैने दरबाजा खोला,
तब आपके चहरे पर हँसी, आंखों में आँसू और दिल मे बेबसी थी,
तो फिर आपने पहले क्यों नही बताया आपकी उंगली दरबाजे में फंसी थी।
शायरी - 5
वो मुझसे जुदा हो गई उसकी जुदाई ने मार डाला है,
मेरा कलेजा उस बेवफा ने फाड़ डाला है,
मैंने अपने सभी अरमानो को गाड़ डाला है,
कभी मेरे घर पे आना मेरी अम्मा ने अचार डाला है।
शायरी - 6
यारों हम उन्हें मुड़ मुड़ कर देखते रहे,
और वो हमें मुड़ मुड़ कर देखते रहे,
वो हमें, हम उन्हें, वो हमें, हम उन्हें, वो हमें,
क्योंकि परीक्षा में न उन्हें कुछ आता था न हमे।
शायरी - 7
आज वो अपनी जुल्फों में फूल लगा कर आई है,
ऐसा लगता है कोई हूर की परी उतर आई है,
किसी ने कहा बहुत खूबसूरत लग रही हो,
मैंने कहा लगता है आज नहा कर आई है।
शायरी - 8
इन अश्कों की आंखों से जुदाई कर देना,
अपने दिल से सारे गमो की जुदाई कर देना,
अगर फिर भी दिल न लगे जाने वफा,
तो आकर मेरे घर की सफाई कर देना।
शायरी - 9
उन्होंने आज हम पर तिरछी नजर डाली,
तो हम मदहोश हो गए,
बाद में पता चला नजर ही तिरछी है,
तो हम बेहोश हो गए।
शायरी - 10
हमने तो चारो तरफ पढ़ाई का माहौल बनाया है,
लेकिन फिर भी एग्जाम में अंडा ही आया है,
हम तो यूँ ही चल देते हैं बिना मुंह धोये ही एग्जाम में,
साले दोस्त कहते हैं ये तो बहुत पढ़के आया है।
शायरी - 11
प्यार️ करो तो किसी एक से करो,
हो सके तो किसी नेक से करो,
और जब तक न मिले कोई सच्चा साथी ,
तो तुम ट्राई तो कम से कम हर एक से करो।
शायरी - 12
तुम्हारा साया बन कर उम्र भर साथ निभायेंगे,
हर एक कदम तुम्हारी राहों को फूलों से सजायेंगे,
अगर मौत ने जुदा कर भी दिया हमें तुमसे,
तो तुम्हारी खिड़की के सामने वाले पेड़ पर,
प्रेत बन कर उलटे लटक जायेंगे।
शायरी - 13
नखरे आपके तौबा-तौबा,
गजब आपका स्टाईल है,
मैसेज तो आप कभी करते नहीं,
बस हल्ला मचा रखा है कि
हमारे पास भी मोबाईल है।
शायरी - 14
अंधकार के घोर तिमिर में हॅसने के बाद रुलाती है,
तन्हाई और गम है साथ ये जिंदगी भी तड़पाती है,
मेरी हालत भी मुझसे जलती और रूठ जाती है,
जब आइंस्टीन और न्यूटन संग याद तुम्हारी आती है।
शायरी - 15
ऐ दोस्त व्हिस्की को कफ़न में बांध ला,
कब्र में बैठ कर पिया करेंगे,
इन लड़कियो से मिला है धोखा
चुड़ैलों से सेटिंग किया करेंगे।
शायरी - 16
ताज महल क्या चीज है...
हम इससे भी अच्छी इमारत बनवा देंगे,
शाहजहां ने मुमताज़ को मुर्दा दफनाया था,
हम तुझे ज़िंदा ही दफना देंगे।
शायरी - 17
हसीना से मिलें नजरें अट्रैक्शन हो भी सकता है,
चढ़े फीवर मोहब्बत का तो एक्शन हो भी सकता है,
हसीनों को मुसीबत तुम समझ कर दूर ही रहना,
ये अंग्रेजी दवाएं हैं रिएक्शन हो भी सकता है।
शायरी - 18
मोहब्बत के खर्चों की बड़ी लंबी कहानी है,
कभी फिल्म दिखानी है तो कभी शॉपिंग करानी है,
मास्टर रोज कहता है कहाँ हैं फीस के पैसे?
उसे कैसे समझाऊँ कि मुझे छोरी पटानी है!
शायरी - 19
आँखो से आँखे मिलाकर तो देखो,
एक बार हमारे पास आकर तो देखो,
मिलना चाहेंगे सब लोग तुमसे,
एक बार मेरे दोस्त साबुन से नहाकर तो देखो।
शायरी - 20
मरना हैं तो मरो अपने वतन के लिये,
क्यों मरतें हो एक दुल्हन के लिये,
इश्क के गलियों में खींचकर मारे जाओगे,
कोई चन्दा भी ना देगा कफन के लिये।